'डॉक्टर स्ट्रेंज 2' का स्क्रीनप्ले ऐसा है, जो आपको पलक तक झपकने का मौका न दे। फिल्म में लंबे और जबरन खींचे गए सीन्स नहीं हैं। रैमी को पता है कि उनकी खूबी क्या है और उन्होंने वही किया है। फिल्म को वाइब्रेंट बनाने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। कहानी में डर और खौफ को जगह दी, ऐसे ट्विस्ट्स डाले हैं, जो आपको बांधे रखते हैं। डॉक्टर स्ट्रेंज फिल्म में मल्टीवर्स की यात्रा करते हैं। नई चुनौतियों का सामना करते हैं। फिल्म में कई सारे सुपरहीरोज के कैमियो रोल्स हैं, जो मिलकर दुश्मन का सामना करते हैं।
'डॉक्टर स्ट्रेंज इन द मल्टीवर्स ऑफ मैडनेस' पूरी तरह से बेनेडिक्ट कम्बरबैच के ही मजबूत कंधों पर टिकी हुई है। उन्होंने एक बार फिर दर्शकों के भरोसे को कायम रखा है। एक बड़े मकसद के लिए मुश्किल फैसले लेने से लेकर और बलिदान देने की बात इस बार भी है। मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स में डॉक्टर स्ट्रेंज एक ऐसा किरदार है, जो हमेशा जस्टिस यानी न्याय के साथ खड़ा रहता है। इस बार फैंस को उनके इस इमेज में और अधिक मजबूती दिखने वाली है।
रैमी और उनके राइटर्स ने यह विशेष ध्यान रखा है कि कहानी एक नदी की धारा की तरह आगे बढती रहे। स्पेशल इफेक्ट्स और खासकर रंगों का बेहतरीन इस्तेमाल किया गया है, जो आपको विजुअल ट्रीट देते हैं। डैनी एल्फमैन का साउंडट्रैक भी इस ग्रैंड कैनवस वाली फिल्म को भव्य बनाने में मदद करता है।
डायरेक्टर सैम रैमी ने दर्शकों को एक एंटरटेनिंग मल्टीवर्स स्टोरी दी है और उनका यह जादू काम करता है। फिल्म में कहानी से लेकर ऐक्शन, रोमांच से लेकर डर तक, सबकुछ का ध्यान रखते हुए अच्छी पैकेजिंग तैयार की गई है। कुल मिलाकर यह ऐसी फिल्म है, जो मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स के फैंस को तो दीवाना बनाएगी ही, उन पर भी जादू चलाएगी जो कुछ अच्छा देखने की चाहत में थिएटर पहुंच रहे हैं।